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शिक्षित बेरोजगारी की समस्या

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 . शिक्षित बेरोजगारी की समस्या अन्य सम्बन्धित शीर्षक- बेरोजगारी,  • बेरोजगारी की समस्या और समाधान ● शिक्षितों बेरोजगारों की समस्या एक चुनौती  बेरोजगारी की विकराल समस्या • जनसंख्या वृद्धि और बेरोजगारी • जनसंख्या विस्फोट और बेकारी की समस्या, शिक्षा और रोजगार • बेकारी की समस्या एवं समाधान  । "बेरोजगार व्यक्ति को कष्ट तो पहुंचता ही है, साथ ही उसका नैतिक पतन भी होता है; जो साधारण रूप से को प्रस्त कर लेता है और पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ता ही जाता है। इस प्रकार के असन्तुष्टको का अधिक -अज्ञात समाज संख्या में बेकार होना देश की राजनैतिक स्थिरता के लिए भी हानिकारक और भयंकर है।" [ रूपरेखा  1) प्रस्तावना,  2) बेरोजगारी का अर्थ,  3) बेरोजगारी 4) बेरोजगारी एक अभिशाप, 5) बेरोजगारी के कारण– (क) जनसंख्या में वृद्धि,  (ख) दोषपूर्ण शिक्षा-प्रणाली  (ग) कुटीर उद्योगों की उपेक्षा,  (घ) औद्योगीकरण की मन्द प्रक्रिया,  (ङ) कृषि का पिछड़ापन, एक प्रमुख समस्या,  (च) कुशल एवं प्रशिक्षित व्यक्तियों की कमी,  6) दूर करने के उपाय- (क) जनसंख्या वृद्धि पर नियन्त्रण,...

महिला आरक्षण

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 . महिला आरक्षण अन्य सम्बन्धित शीर्षक भारत में महिला आरक्षण, महिला आरक्षण की उपयोगिता । रूपरेखा– 1 . प्रस्तावना,  २. महिला आरक्षण की आवश्यकता 3. महिला आरक्षण में बाधाएँ,  4. चुनाव आयोग की भूमिका,  5. आरक्षण से नारी की स्थिति में परिवर्तन,  6. महिला आरक्षण का उद्देश्य,  7.  उपसंहार। प्रस्तावना                  -महिला-आरक्षण का अभिप्राय नारी को आत्मनिर्भर बनाना है। सामाजिक व्यवस्था को सुसंगठित करने में नारी का विशेष महत्त्व है। आदिमकाल से आज तक विकास पथ पर पुरुष का साथ देकर, उसकी जीवन-यात्रा को सरल बनाकर, उसके अभिशापों को स्वयं झेलकर और अपने वरदानों से जीवन में अक्षय शक्ति भरकर मानवी ने जिस व्यक्तित्व चेतना और हृदय का विकास किया है, उसी का पर्याय नारी है। संसार में सृष्टि की रचना गृहस्थ धर्म के पालन आदि विभिन्न दृष्टियों से पुरुषों के साथ ही नारी का भी विशिष्ट महत्त्व है। हमारे शास्त्रों में तो नारी को देवी के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है और कहा गया है कि 'यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:' अर्था...

भारतीय समाज में स्त्रियों की स्थिति

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 भारतीय समाज में स्त्रियों की स्थिति अन्य सम्बन्धित शीर्षक नारी जागरण,  • नारी-उत्थान, विकासशील भारत एवं नारी  • भारतीय समाज में नारी की स्थिति स्वातन्त्र्योत्तर भारत में महिला  • आधुनिक नारी की समस्याएँ  • आधुनिक भारत में नारी का स्थान  [रूपरेखा -  (1) प्राचीनकाल में नारी,  (2) नारी की स्थिति में परिवर्तन,  (3) समाज के छद्मपाश में बँधी नारी,  (4) भारतीय नारी और समाज सुधारक,  (5) भारतीय नारी: बलिदान की प्रतिमा,  (7) भारतीय नारी के दृष्टिकोण एवं जीवन-शैली में अपेक्षित परिवर्तन,  (8) उपसंहार । ] प्राचीनकाल में नारी - संसार एक रंगमंच है, जहाँ स्त्री एवं पुरुष दोनों को ही अभिनय करना पड़ता है। देश के निर्माण में पुरुषों के साथ स्त्रियों का भी महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। भारतीय समाज में नारियों की पूजा विभिन्न रूपों ने होती रही है। प्राचीन भारत के इतिहास के पृष्ठ भारतीय महिलाओं की गौरव गाथा से भरे हुए हैं। 'मनुस्मृति' में कहा गया है — "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ", अर्थात् जहाँ नारी की पूजा की जाती है, वहाँ देव...

Syntax

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                         * Syntax* परिभाषा - वाक्य में शब्दों को उचित स्थान पर सही रूप में प्रयोग करने को Syntax कहते हैं। The correct arrangement of words in a sentence is called Syntax अतः इसके अन्तर्गत वे सभी नियम आते हैं जो सही अंग्रेजी लिखने के लिए अनिवार्य है। ((1) Rules of Article अंग्रेजी में a, an और the को Article (उपपद) कहते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं 1. Indefinite Article 'A' तथा 'An' को Indefinite Article कहा जाता है क्योंकि वे अनिश्चित Noun के प ह ले  आते हैं। जैसे- I saw a boy (any boy). He saw an owl (any owl). इनका प्रयोग साधारणतया Singular countable Nouns (जिन Nouns को गिना जा सके) के साथ होता है। साधारणक्या Uncountable Nouns (जिन Nouns को न गिना जा सके) के साथ इस Article का प्रयोग नहीं किया जा सकता। जैसे- A chair is made of wood. इस वाक्य में chair countable है। अतः इसके पूर्व का प्रयोग अतः इसके पहले Indefinite Article का प्रयोग नहीं हुआ है। हुआ है । twood (लकड़ी) यहाँ uncountable है। 2. Definite...